कानकी में सम्पन्न हुआ 25 समवशरण युक्त श्री कल्पदु्रम विधान श्रमण मुनिश्री विशल्यसागर जी महाराज ससंघ का मिला सानिध्य 8 से 17 अक्टूबर के मध्य हुआ विधान का आयोजन मनाया शताब्दी समारोह एवं दीक्षा दिवस समारोह इन्द्र-इन्द्राणियों ने सम्पन्न कीं श्री कल्पदु्रम विधान की क्रियाएं भक्तों ने विधान में सम्मिलित होकर व्यक्त किए अपने मनोभाव

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *