कानकी में चल रहा है 25 समवशरण युक्त कल्पद्रुम विधान श्रमण मुनिश्री विशल्यसागर जी महाराज का मिल रहा है सानिध्य इन्द्र-इन्द्रणियां सम्पन्न कर रहे हैं विधान की मांगलिक क्रियाएं 18 अक्टूबर को होगा कल्पदु्रम महामण्डल विधान का समापन विधान में कानकी जैन समाज सम्मिलित होकर ले रहा है धर्मलाभ

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